
Dragon fruit : इस तरीके से करे ड्रेगन फ्रूट की खेती, चंद दिनों में बना देंगी मालामाल, देखिए पूरी जानकारी
Dragon fruit : इस तरीके से करे ड्रेगन फ्रूट की खेती, चंद दिनों में बना देंगी मालामाल, देखिए पूरी जानकारी ड्रैगन फ्रूट जिसे भारत में कमलम भी कहा जाता है, इसका पौधा एक तरीके का क्लाइम्बिंग कैक्टस होता है। दुनिया भर में ये पिताया के नाम से मशहूर है। इसका मूल निवास दक्षिण मेक्सिको, सेंट्रल अमेरिका और दक्षिण अमेरिका है। ये पूरी दुनिया में न सिर्फ अपने रंग और बनावट की वजह से मशहूर है, बल्कि इसके अनेकों स्वास्थ्य लाभ भी हैं।
ड्रैगन फ्रूट की मुख्य किस्मे
- Hylocereus megalanthus: पीले फल और सफेद मांस और इसे Pitaya amarilloar पीले पिताया के नाम से भी जाना जाता है।
- Hylocereus costaricensis: लाल-गुलाबी गूदे वाले लाल फल को Pitaya rojaor या लाल मांसल पिताया के रूप में भी जाना जाता है।
- Hylocereus undatus: सफेद रंग के गूदे वाला गुलाबी रंग का फल और Pithaya blauncaor या सफेद मांसल पिटाया।
कहा कहा की जाती है ड्रेगन फ्रूट की खेती
ड्रैगन फ्रूट की खेती बात करे तो ड्रेगन फ़्रूट की खेती भारत के कई राज्यों में होती है, जैसे कि गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, तमिलनाडु, ओडिशा, केरल, आंध्र प्रदेश और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह. इसके अलावा, बिहार के कैमूर ज़िले में भी ड्रैगन फ़्रूट की खेती होती है।
ड्रैगन फ्रूट के फायदे
ड्रैगन फ्रूट के फायदों की बात करे तो आपकी जानकारी के लिए बता दे की ड्रैगन फ्रूट की कमल जैसी कांटेदार कैक्टस प्रजाति लोगों के स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदे वाली होती है. च्युइंग गम और जड़ी बूटियों में इसका खूब इस्तेमाल होता है. ड्रैगन फ्रूट में फाइबर, विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं. ड्रैगन फ्रूट से पाचन तंत्र सुधारता है और तनाव से जिन कोशिकाओं को नुकसान पहुंचता है उनकी मरम्मत होती है।
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ड्रैगन फ्रूट की खेती
ड्रैगन फ्रूट की खेती करने के तरीके की बात करे तो ड्रैगन फ्रूट का पौधा 4 से 5 फीट की दूरी पर लगाया जाता है. इस पौधे के समीप एक खंबा या एक बांस बल्ली लगानी होती है. जिसके सहारे से यह पेड़ ऊपर की तरफ बढ़ना शुरू करता है. इस पेड़ में कोई भी बीमारी नहीं आती और लगभग 16 महीने बाद यह फल देना प्रारंभ करता है और हर साल इसका फल देने का एवरेज बढ़ता जाता है.ड्रैगन फ्रूट के पौधों को बोने का सही समय वर्षा के मौसम में होता है, आमतौर पर जून और जुलाई महीने में। अगर सिंचाई की व्यवस्था है, तो फरवरी-मार्च में भी बीज बोए जा सकते हैं।
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ड्रैगन फ्रूट की खेती से मुनाफा
ड्रैगन फ्रूट की खेती से एक एकड़ से करीब 2.5 लाख रुपये तक की कमाई की जा सकती है. ड्रैगन फ्रूट का पौधा नागफनी जैसा कांटेदार होता है और इसका फल बाजार में करीब 600-800 रुपये किलो तक बिकता है।