
Lotus Farming : चंद दिनों में रोडपति से करोड़पती बना देंगी कमल की खेती, देखिए कैसे की जाती है कमल की खेती
Lotus Farming : चंद दिनों में रोडपति से करोड़पती बना देंगी कमल की खेती, देखिए कैसे की जाती है कमल की खेती कमल की खेती (Lotus Farming) एक लाभदायक और पर्यावरण के अनुकूल कृषि गतिविधि है। कमल का पौधा (Nelumbo nucifera) न केवल अपने सुंदर फूलों के लिए जाना जाता है, बल्कि इसके बीज, जड़ें (कमल ककड़ी), और पत्तियों का भी आर्थिक और पोषण महत्व होता है। यह खेती मुख्य रूप से तालाब, झील, या कृत्रिम जलाशयों में की जाती है।
कहा कहा की जाती है कमल की खेती
कसमसल की खेती की बात करे तो कमल की खेती भारत के कई राज्यों में होती है, जैसे कि उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, महाराष्ट्र, और गुजरात इत्यादि प्रदेशो में की जाती है।
कमल की किस्मे
कमल की किस्म की हम बात करे तो आपकी जानकारी के लिए बता दे की कमल के फूल के दो प्रकार होते हैं, कुमुदनी और उत्पल। उत्पल को नील कमल भी कहा जाता है। आप डिमांड के अनुसार कोई भी फूल लगा सकते हैं। कमल की दोनों किस्में बहुत अच्छी है। वैसे कमल के फूल आपको बहुत रंगों में मिल जाएंगे जैसे लाल कमल, सफ़ेद कमल, पीला, नीला, गुलाबी कमल आदि।
ये भी पढ़िए- Today Rashifal: क्या आपकी भी किस्मत में होंगा आज बड़ा बदलाव, देखे आपका आज का राशिफल
कमल की खेती
बता दे की कमल की खेती मछलीपालन के साथ किया जाना उपयुक्त है, क्योंकि इससे किसान दोहरा मुनाफा कमा सकते हैं। कमल की खेती यदि खेतों में किया जाता है तो गहरी जुताई का होना जरूरी होता है। जुताई के बाद खेत में कमल की जड़ लगाएं। कमल की जड़ लगाने के बाद पौधे आने तक उसकी ख़ास देखभाल करें। पौधे के आने के बाद पत्तियों और पत्तियों की स्वास्थ्य पर नजर रखें। अगर कीट लगता है तो नियमित रूप से नीम का तेल छिड़कें। खराब पत्ते को बाहर निकालें, जो पौधा खराब हो जाये उसे भी पानी से बाहर निकाल दें।
ये भी पढ़िए- NTPC में इंजीनियरों के लिए निकली बंपर भर्ती, जल्द करदे आवेदन, यह है अंतिम तारीख
कमल की कटाई व बुवाई
कमल की कटाई अक्टूबर से नवम्बर महीने के बीच शुरू हो जाती है। इस पौधे में नितनी ज्यादा गांठे होंगी उतने ही ज्यादा फूल आएंगे। कमल कंद की बुआई जुलाई या अगस्त माह के मौसम में सबसे ज्यादा उपयुक्त है।कमल की खेती एक लाभदायक और टिकाऊ कृषि गतिविधि है। यह न केवल किसानों के लिए आय का स्रोत है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी मददगार है। अगर आपके पास उपयुक्त जलाशय और जलवायु है, तो कमल की खेती एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है।