
laung ki kheti : लौंग की खेती करके आप भी कर सकते हो अपनी आय को दोगुना, देखिये कैसे की जाती है इसकी खेती
laung ki kheti : लौंग की खेती करके आप भी कर सकते हो अपनी आय को दोगुना, देखिये कैसे की जाती है इसकी खेती लौंग की खेती मसाला फसल के रूप में की जाती है। इसके फलों का मसाले में बहुत ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। इसके अतिरिक्त इसे आयुर्वेदिक दवाइयों में भी इस्तेमाल करते है। लौंग की तासीर अधिक गर्म होती है, जिस वजह से सर्दियों के मौसम में सर्दी जुकाम हो जाने पर लौंग का काढ़ा बनाकर पीने से आराम मिल जाता है। लौंग के तेल का उपयोग खाद्य पदार्थों के स्वाद के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के औद्योगिक उत्पादों में किया जाता है।
कहा कहा होती है लौंग की खेती
भारत में लौंग की खेती मुख्य रूप से तमिलनाडु, केरल, और कर्नाटक में होती है. इसके अलावा, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, और मध्य प्रदेश में भी लौंग की खेती होती है।
लौंग की खेती से कमाई
लौंग की खेती से कमाई की बात करे तो आपकी जानकारी के लिए बता दे की लौंग की खेती कर आप 2 से 2.5 लाख रूपये सालाना प्रति एकड़ कमा सकते है। लौंग एक मसाला वर्गीय फसल है। बाजार में इसकी मांग सदैव बनी रहती है। इसका उपयोग औषधि के रूप में भी होता है। स्वाद में कड़वा होने के कारण इसका उपयोग कीटाणुनाशक और दर्दनाशक दवाओं में होता है। लौंग की खेती कर किसान लाखों रुपए का टर्नओवर हासिल कर सकते हैं।
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लौंग की खेती
लौंग की खेती करने की बात करे तो भारत में सभी प्रकार के मसलो की खेती की जाती है जिसमे से एक लौंग भी है बता दे की भारत के उन क्षेत्रों में लौंग की खेती उपयुक्त है जहां की जलवायु उष्ण कटिबंधीय तथा गर्म होती है। लौंग की खेती करने के लिए बलुई दोमट मिट्टी तथा नम कटिबंधीय जलवायु की आवश्यकता होती है। इसकी खेती को जलभराव वाली भूमि में नहीं करना चाहिए। जलभराव की स्थिति में इसके पौधों के खराब होने की स्थिति बढ़ जाती है। लौंग के पौधों को सामान्य वर्षा की आवश्यकता होती है तथा अधिक तेज धूप और सर्दियों में गिरने वाला पाला इसके पौधों के लिए हानिकारक होता है। इसकी खेती ठंडे और अधिक बारिश वाले स्थानों पर संभव नहीं है। पौधों की अच्छी वृद्धि के लिए छायादार जगह और 30 से 35 डिग्री तापमान की आवश्यकता होती है। इसकी खेती के लिए भूमि का पीएच मान 6.5 से 7.5 के बीच होनी चाहिए।
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लौंग की पैदावार
लौंग की खेती की पैदावार की बात करे तो लौंग की शुरुआती पैदावार काफी कम होती है, किन्तु एक बार जब पौधा पूर्ण रूप से विकसित हो जाता है, तो इसके एक पौधे में तकरीबन 2 से 3 किलोग्राम लौंग प्राप्त हो जाती है। लौंग का बाजार भाव 800 से 1000 रूपए के मध्य होता है, तथा एक एकड़ के खेत में 100 से अधिक पौधे तैयार हो जाते है। इस हिसाब से किसान लौंग की खेती कर ढाई से तीन लाख रूपए तक की कमाई आसानी से कर सकते है।